गोरखपुर के गोला तहसील के धौसहर में 108 कन्याओं का सामूहिक विवाह संपन्न — एकता और सौहार्द का उदाहरण बना आयोजन

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

गोरखपुर के गोला तहसील के धौसहर में 108 कन्याओं का सामूहिक विवाह संपन्न — एकता और सौहार्द का उदाहरण बना आयोजन


Oplus_16908288

गोरखपुर। समाज में एकता, सौहार्द और मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत संदेश देते हुए गोला तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत धौसहर में भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कुल 108 कन्याओं का विवाह विधि-विधान से संपन्न कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक दुर्गेश मदन यादव रहे, जिन्होंने इस धार्मिक और सामाजिक आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी व्यवस्था का दायित्व संभाला।

कार्यक्रम में शामिल सभी जोड़ों का विवाह वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन की विशेषता यह रही कि 108 जोड़ों में से एक जोड़ा मुस्लिम समाज से था, जिसने पूरे क्षेत्र में साम्प्रदायिक एकता और सामाजिक सौहार्द का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने कहा कि धर्म और समाज से ऊपर उठकर इस तरह के आयोजन समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को मजबूत बनाते हैं।

सामूहिक विवाह समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। आयोजन समिति की ओर से प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को विवाह सामग्री, वस्त्र, बर्तन और गृहस्थ जीवन के आवश्यक सामान भी उपहारस्वरूप प्रदान किए गए।

गौरतलब है कि गोला तहसील में लगभग 672 गाँव आते हैं और यह क्षेत्र अपने विभिन्न विकासखंडों और ग्राम पंचायतों के माध्यम से सामाजिक उत्थान और विकास कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है। ऐसे आयोजन न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहयोग प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे, सौहार्द और समानता की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।

ग्राम पंचायत धौसहर में हुए इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि अगर समाज के लोग एकजुट होकर कार्य करें, तो किसी भी स्तर पर सामाजिक परिवर्तन संभव है। इस आयोजन ने पूरे क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश दिया है कि धर्म, जाति और वर्ग से ऊपर उठकर समाज को एक सूत्र में पिरोना ही सच्ची सेवा और राष्ट्रनिर्माण का मार्ग है।

लेखक वरिष्ठ संवाददाता सुरेश राजभर हैं जो पिछले 5 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक का प्रिंट मीडिया में कर रहे हैं.

Leave a Comment

और पढ़ें